Healing Why & How – हीलिंग क्यों और कैसे

भारत में हीलिंग का एक बहुत बड़ा इतिहास रहा है प्राचीन ऋषि अपने शिष्यों को आशीर्वाद देते थे या उन लोगों के पास जो आमजन आते थे दुख लेकर उनको आशीर्वाद दिया करते थे।
वह एक प्रकार की हीलिंग ही थी। हालांकि हीलिंग नाम का शब्द हमारे ग्रंथों विद्यमान नहीं है, लेकिन हिलिंग का जो सोर्स है वह भारतीय ग्रंथ ही हैं। हीलिंग एक तरह की पद्धति है जिसमें हम प्राण ऊर्जा की मदद से प्राण शरीर को ठीक करके स्थूल शरीर में पैदा हुई बीमारियों को ठीक कर लेते हैं । भारतीय परंपरा के अनुसार हीलिंग कई प्रकार की होती है। खास तौर पर पांच तत्वों से हम हीलिंग करते हैं। यह पांच तत्व है, पृथ्वी जल, अग्नि, वायु और आकाश। इन पांच तत्वों से ही हमारा शरीर बना हुआ है। इसलिए इन पांच तत्वों की हीलिंग करके हम अपने शरीर की हर समस्या को दूर कर सकते हैं। उसके बाद कॉस्मिक लाइट से हील करते हैं मंत्रों से हीलिंग करते हैं ।अलग-अलग प्रकार के मंत्र अलग-अलग प्रकार की हीलिंग में काम आती है। जैसे अगर किसी का सूर्य कमजोर हो गया हो यानी अग्नि तत्व कमजोर हो गया हो तो उसके लिए हम गायत्री मंत्र का प्रयोग कर सकते हैं। क्योंकि गायत्री मंत्र जो है वह सूर्य से संबंधित है और वह हमारे शरीर के अंदर अग्नि तत्व या फिर मणिपुर चक्र को बल देता है।
जब जीवन के अंदर कोई रास्ता ना मिल रहा हो तब पांवमान मंत्र की लिखी जाती है पवमान मंत्र जो है इस प्रकार से है

ये भी पढ़े  भगवान ने हमें क्यों बनाया? - Why God Made Us?

असतो मा सद्गमय
तमसो मा ज्योतिर्गमय
मृत्योर्मा अमृतम्

इस मंत्र की लगातार 40 दिन तक रोजाना 108 बार जपने से यानी एक माला जपने से आपको खुद ब खुद रास्ता देखने लगता है मंत्र हीलिंग है जो निश्चित तौर पर काम करती है।

भारतीय ग्रंथों के अनुसार हम ग्रहों की मदद से हीलिंग कर सकते हैं। हमारे ग्रह और हमारे नक्षत्र जब हमारे अनुसार काम नहीं करते तब हमें उनकी हीलिंग करनी पड़ती है। इन ग्रहों के और इन नक्षत्रों के अपने मंत्र हैं और इन ग्रहों के और नक्षत्रों के अपने देवता भी हैं। उन देवताओं को ध्यान में रखते हुए और उनके मंत्रों को ध्यान में रखते हुए विशेष विधि के द्वारा पूजा अर्चना की जाती है, या यूं कह सकते हैं कि हीलिंग की जाती है। इस प्रकार से हम यह समझ सकते हैं कि हिलिंग का हम प्रयोग विभिन्न तरीकों से और विभिन्न व्यक्तियों के लिए, विभिन्न स्थितियों के लिए भी कर सकते हैं हीलिंग का प्रयोग हम आपसी संबंधों को सुधारने के लिए कर सकते हैं, बीमारी को ठीक करने के लिए कर सकते हैं , किसी जगह पर नकारात्मक उर्जा हो उस उर्जा को ठीक करने के लिए ही हीलिंग का प्रयोग कर सकते हैं इस प्रकार से फीलिंग के अनूठे प्रयोग हैं और उसके अनूठे रिजल्ट भी हैं, लेकिन हीलिंग करने से पहले उसको सीखना बहुत जरूरी है क्योंकि बगैर सीखे अगर कोई हीलिंग करता है तो उसके रिजल्ट नहीं मिलते हैं क्योंकि इसके भी अपने नियम हैं कायदे हैं तरीके हैं।

ये भी पढ़े  Story Root Chakra - मूलाधार चक्र
Sponsors and Support