Introduction
नाड़ी तत्व विवेचन का मतलब है कि शरीर में नाड़ी और तत्व के कॉम्बिनेशन को समझना. किस नाड़ी और तत्व में व्यक्ति का जन्म हुआ इसकी गणना नाड़ी तत्व विवेचन में की जाती है. उसके बाद आज के हिसाब से तत्वों की गणना की जाती है. इन तत्वों में बदलाव के कारण ही व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार के अच्छे या बुरे हालात पैदा होते है. यह एक अलग प्रकार का विज्ञानं है.
Why Nadi Tattva Vivechan – नाड़ी तत्व विवेचन क्यूँ करवाना चाहिए
जब जीवन बहुत सारे उतार चढाव से गुजर रहा हो. जब जीवन में कुछ भी समझ नहीं आ रहा हो. जब रिश्ते बिगड़ रहे हो. जब कई प्रकार की बीमारियाँ जकड़ने रही हो. जब अनचाहा डर लगता हो. जब डरावने सपने ज्यादा आते हो. जब बुरे विचार बार बार आते हो. जब जीवन में बार बार असफल हो रहे हो. जब बहुत चाहने से भी कोई काम नहीं बन रहा हो. स्टेज में बोलने पर डर लगता हो. किसी से बात करने के डर लगता हो. जब दुसरे लोग आप को समझ ही नहीं पाते हो.
कई बार ऐसा भी होता है कि हम ध्यान करते है और तब भी सब कुछ उल्टा होना शुरू हो जाता है. क्रोध बढ़ जाता है, डर बढ़ जाता है, काम बनने की बजाये बिगड़ने लगते है. उसका मतलब यह होता है हम जो ध्यान की विधि अपनाये हुए है वो ध्यान की विधि हमारे लिए नहीं है.
Time Required – कितना समय लगता है
नाड़ी तत्व विवेचन की गणना में 4-5 दिन का समय लगता है. उसके बाद इसमें 8-10 पन्नों की एक रिपोर्ट तैयार होती है. जिसके आधार पर साधक को चलना होता है और इसमें लिए हम साधक को गाइड करते रहते है.
How we do it – इसे कैसे किया जाता है
इसके लिए साधक को एक Questionnaire का जवाब देना होता है. जिससे एक गुप्त प्रक्रिया से गणना की जाती है. इसमें यदि ज्ञात हो तो जन्म तिथि, जन्म दिनांक और जन्म स्थान का प्रयोग भी किया जाता है.
जब व्यक्ति का जन्म होता है तो वो अपनी पहली साँस किसी न किसी नाड़ी में लेता है वो इड़ा, पिंगला और सुष्म्ना में से कोई भी हो सकती है और नाड़ी के साथ एक तत्व भी मौजूद रहता है. वो पांचो तत्वों में से कोई भी एक हो सकता है.
What calculations to be done – क्या क्या गणना होती है
तीन नाड़ियों की गणना की जाती है. यह नाड़ियाँ इड़ा, पिंगला और सुषुम्ना है. पांच तत्त्वों की गणना की जाती है. यह तत्व है पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश. इस गणना में व्यक्ति के व्यक्तित्व में तत्व विवेचन की जाती है कि कौनसा तत्व बढ़ा हुआ है और कौनसा घटा हुआ. जिस के आधार पर हम यह तय करते है कि हमें कौनसा ध्यान करना चाहिए. किस चक्र पर काम करना चाहिए और किस पर नहीं. हर बात यह नाड़ी तत्व विवेचन हमें बताता है.
इस से क्या फायदे होगे – Benefits
- नाड़ियों का सही तरीके से इस्तेमाल.
- बिमारियों से लड़ने का एक वैकल्पिक रास्ता.
- तत्व विज्ञानं का जीवन में प्रयोग.
- जीवन में नेगेटिव उर्जा कम होती है.
- आत्मविश्वास बढ़ता है.
- रिश्तों में सुधार होने लगेगा.
- खुद को समझने में मदद मिलती है.
- व्यक्तित्व में निखार होगा
- मन शांत और स्वस्थ होगा
- बुद्धि प्रखर होगी
- ध्यान के तरीके बताये जायेगे
- काउन्सलिंग की जाएगी
What is the Product – इसके साथ क्या मिलेगा?
इसमें आपको 8-10 pages की एक रिपोर्ट मिलेगी जो केवल और केवल आपके द्वारा दिए गए डाटा पर आधारित होगी. इसके साथ आपको एक साल तक की काउन्सलिंग भी फ्री रहेगी. इस काउन्सलिंग के दौरान आपको आपकी रिपोर्ट के अनुसार गाइड किया जायेगा.
प्रक्रिया – Process
सबसे पहले आपको यदि याद है तो अपनी जन्मतिथि, जन्म समय और जन्म स्थान बताना होगा. उसके बाद आपको एक Questionnaire भेजी जाएगी जिसे आप भर कर भी भेज सकते है और हमें बता भी सकते है. उसके 4-5 दिन बाद यह रिपोर्ट बन कर तैयार हो जाती है. फिर उस रिपोर्ट के आधार पर आपकी काउन्सलिंग की जाती है.
फी – Fee
3500.00
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+91-93-158-35440 (Whatsapp)